क्या आप जानते हैं कि ज्यामिति, रेखागणित के सूत्र का खोज सबसे पहले पाइथागोरस ने नहीं, ऋषि बोधायन ने की थी। DO YOU KNOW THAT THE FORMULA OF GEOMETRY, GEOMETRY WAS FIRST DISCOVERED BY SAGE BODHAYAN, NOT PYTHAGORAS.

              भारतीय गणितज्ञ बोधायन
                           
बोधायन प्राचीन भारत के महान गणितज्ञ थे और शाल्वशास्त्र के रचयिता थे। ज्योमेट्री के विषय में प्रमाणित मानते हुए सारे विश्व में युग्लेडियन ज्यामिति ही पढ़ाई जाती है। मगर यह भी ध्यान रखना चाहिए कि युनानी युग्लेडियन ज्योमेट्री से पहले भारत में कई गणितज्ञों ने ज्योमेट्री के मह्त्वपूर्ण नियमों की खोज कर चुके थे।
उन गणितज्ञों में बोधायन का नाम सबसे ऊपर है। उस समय भारत के ज्यामिति को शाल्वशास्त्र कहा जाता था। हम सभी ने पाइथागोरस के बारे में पढ़े है। लेकिन लोगों को यह लगता है कि इस प्रमेय का खोज पाइथागोरस ने की है लेकिन मैं आप सब को बता देना चाहता हूँ कि इस प्रमेय की खोज सर्वप्रथम भारत के वैदिक गणितज्ञ ऋषि बोधायन ने किया था। इतिहासकारों के अनुसार इस बात की पुष्टि की गई कि पाइथागोरस से लगभग 2800 साल पहले बोधायन ने इस प्रमेय की खोज कर लिया था, बोधायन के अनुसार आयत का विकर्ण उतना क्षेत्र इकठ्ठा करता है, जितना कि उसके लंबाई और चौड़ाई अलग अलग बनाता है।
भारतीय वैदिक गणितज्ञ बोधायन का नाम ज्यामिति गणित के क्षेत्र में सर्वोपरि माना जाता है है। ऐसे महान गणितज्ञ के रचना में प्रमाणित सूत्र को "बोधायन प्रमेय" के नाम से भी जाना जाता है ऋषि बोधायन जी के इस ज्यामिति के सूत्र ने गणित को और भी मजबूत और सरल कर दिया। 

Comments

  1. इसे बोधायन-पाइथागोरस प्रमेय के नाम से जाना जाता है.

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