चार्ली चैप्लिन CHARLIE CHAPLIN एक हास्य अभिनेता के जीवन से जुड़े कुछ मजेदार रहस्य जिसे शायद आप नहीं जानते हैं... CHARLIE CHAPLIN SOME FUN SECRETS RELATED TO THE LIFE OF A COMEDIAN, YOU PROBABLY DON'T KNOW.

                                     

चार्ली चैप्लिन एक हास्य अभिनेता थे। जो लोगों को अपने एक्टिंग से खुश कर देते थे। चार्ली का नाम लेते ही आज भी लोगों के चेहरे में खुशी उमड़ आती है। आज भी चार्ली का नाम सभी लोग बड़े ही प्यार से और सम्मान के साथ लेते हैं। पूरे विश्व के लोग चार्ली के दीवाने थे और दीवाने है और दीवाने रहेंगे। चार्ली से जब लोग पूछते थे कि तुम बिना बोले,बिना कुछ कहे लोगों को कैसे हंसा लेते हो? तब चार्ली का जवाब बड़ा ही प्यारा और मजेदार होता था। चार्ली कहता था कि कुदरत ने मुझे बड़े ही प्यार से बनाया है लोगों को हँसाने के लिए और ये मेरे अन्दर की छुपी हुई एक कला है जो आप लोगों को अच्छा लगता है। चार्ली का कहना है कि अपने अंदर झाँक कर देखो और खुद के टैलेंट को पहचानने की कोशिश करो और उसे अपना कैरियर बना लो जीवन में हमेशा खुश रहोगे। अगर आप ऐसा कर सकते हैं तो आप को सफलता जरूर मिलेगी। आप मेहनत कीजिए मेहनत जरूर रंग लाती है
आइए चार्ली से जुड़े कुछ मजेदार बातें जानते हैं...
चार्ली चैपलिन अंग्रेजी हास्य कलाकार, फ़िल्म निर्माता और संगीतकार थे, जोकि मौनी युग (Silent era) में प्रसिद्ध थे। मौनी युग वो था, जब फिल्मों में आवाज नहीं हुआ करती थी। सिर्फ उन्हें देखा जा सकता था। ये 20 वीं शताब्दी में बहुत बड़े कलाकार हुआ करते थे। चार्ली चैपलिन ट्रम्प करके चलने का अभिनय करते थे,  जिसके लिए वे पूरे विश्व में प्रसिद्ध थे, और फ़िल्म इंडस्ट्री के इतिहास में बहुत से महत्वपूर्ण कलाकारों में से एक थे। चार्ली चैपलिन का कैरियर उनके बचपन से लेकर उनकी मृत्यु के एक साल पहले तक 75 साल तक चला, और ये चापलूसी एवं विवादों में घिरे रहने वालों में से थे। चैपलिन ने अपने कैरियर की शुरुआत बचपन में ही कर दी थी। इन्होंने बहुत सी फिल्मों का भी निर्माण किया, साथ ही वे मौनी युग की हास्य कला में माहिर थे, जिसके लिए उन्होंने पुरे विश्व में लोगों के दिलों में जगह बना ली।  चैपलिन संपादक, पटकथा लेखक और निर्माता भी रह चुके है, जिन्होंने अपने अभिनय से इतिहास में अपनी जगह बना ली।

                               

चार्ली चैप्लिन का जीवन परिचय.................

* पूरा नाम चार्ली स्पेंसर चैपलिन
* जन्म 16 अप्रैल 1889
* जन्म – स्थान लन्दन इंग्लैंड
* पेशा अभिनेता, निर्देशक, संगीतकार, सम्पादक, पटकथा लेखक, निर्माता आदि।
* कैरियर सन 1899 से सन 1976 तक
* पिता - चार्ल्स चैपलिन सर.
माता- हन्नाह चैपलिन
* पत्नी - चैप्लिन ने चार शादी किया
मिल्ड्रेड हर्रिस (पहली शादी)
लीता ग्रे (दूसरी शादी)
पौलेट्टे गोद्दार्ड (तीसरी शादी)
ऊना ओ’नील (चौथी शादी)
* बच्चे 11
* मृत्यु 25 दिसंबर 1977
चार्ली चैपलिन का सम्पूर्ण जीवन परिचय निम्न बिन्दुओं द्वारा दर्शाया गया है-             
                               

चार्ली चैपलिन का जन्म और शुरुआती जीवन.... 

चार्ली चैपलिन का जन्म 16 अप्रैल 1889 में इंग्लैंड के लन्दन में हुआ. चार्ली चैपलिन ने बड़े पर्दे में आने से पहले, बचपन में डांस करना शुरू कर दिया था. चार्ली चैपलिन का नाम रंक से राजा की कहानी से बढ़ना शुरू हुआ. चैपलिन के पिता प्रतिभाशाली गायक और अभिनेता थे, और माता जाने माने “लिली हार्ले” नामक मंच में एक आकर्षक अभिनेत्री और गायिका थी, जिन्होंने अपने काम से लाइट ओपेरा फील्ड में नाम कमाया.

चैपलिन की माता को कुछ दिमागी परेशानी की वजह से यह सब छोड़ना पड़ा और वे कुछ साल तक बस अपने परिवार की सहायक बनी. किन्तु उन्होंने एक प्रदर्शन में अपने बेटे चार्ली चैपलिन को सभी से मिलवाया और बिना किसी स्पष्टीकरण के प्रदर्शन के बीच में उन्होंने अपनी आवाज खों दी और प्रोडक्शन मेनेजर से अपने 5 साल के बेटे को अपनी जगह लेने के लिए कहा. चैपलिन जनता के सामने हास्य कलाकार के रूप में जाने, जाने लगे. किन्तु उनकी माता के लिए यह सब खत्म सा होने लगा था, उनकी आवाज कभी वापस नही आ सकती थी. उस समय चार्ली और उसके भाई ने स्वयं के लिए लन्दन में ही एक घर ले लिया.



चार्ली चैपलिन का कैरियर (Charlie Chaplin Career)


सन 1897 में चैपलिन ने सोचा कि वे अपनी माता के कॉन्ट्रैक्ट का उपयोग करके उनके व्यवसाय को और बेहतर बनायेंगें. उन्होंने बहुत कोशिश की किन्तु उससे ज्यादा फायदा ना होने के कारण उन्हें यह सब छोड़ना पड़ा. चैपलिन ने बहुत सी छोटी –छोटी नोकारियां भी की, किन्तु वे अपने अभिनेता बनने के लक्ष्य को कभी नही भूले. चार्ली ने 10 साल की उम्र के होने से पहले ही, अपनी पढाई को छोड़ दिया, क्युकि उस समय उनके पिता की मृत्यु हो गई और माता बीमार रहने लगी थी. जिस वजह से चार्ली और उनके भाई के लिए यह जरुरी था कि वे स्वयं के लिए प्रबंध करें।

Charlie Chaplin

जब वे 12 साल के हुए, तब उन्हें एक लेजिटिमेट (legitimate) मंच के कार्यक्रम में नाटक प्रस्तुत करने का मौका मिला, और “शर्लाक होल्म्स” में विलियम जिल्लेट के सहयोग में पेज बॉय “बिल्ली” के रूप में उपस्थित हुए। इसके पश्चात सन 1908 में चार्ली ने वौडेविल्ले कंपनी (Vaudeville) में हास्य कलाकार के रूप में कैरियर की शुरुआत की, जिससे आखिरकार उन्हें सन 1910 में यूनाइटेड स्टेट्स की “फ्रेड कार्नो रेपेर्टिरे कंपनी” के साथ प्रधान अभिनेता बना दिया गया।

वे अमेरिका की जनता के साथ तत्काल सफल होते चले गए, विशेष रूप से उनके चरित्र चित्रण की रूपरेखा में उन्होंने बहुत नाम कमाया। सन 1912 में चार्ली को मोशन पिक्चर कॉन्ट्रैक्ट करने का अवसर मिला। सन 1913 में कैमेरा में आने से पहले उन्हें वौडेविल्ले ((Vaudeville)) की जिम्मेदारी को छोड़ना पड़ा और इसके लिए वे तैयार हो गए थे। इसके बाद सिनेमा की दुनिया में उन्होंने कदम रखा, उसी महीने उन्होंने “मैक सेन्नेट” और “कीस्टोन” कंपनी ज्वाइन की। इनकी शुरूआती इनकम हफ्ते में 150 $ थी, लेकिन उनकी रातों रात सफलता के चलते दुसरे निर्माताओ ने उन्हें और अधिक पैसों के ऑफर देने लगे।

चार्ली चैपलिन का फ़िल्मी कैरियर (Charlie Chaplin acting career) –

आइए हम बात करे चार्ली सर के फिल्मी कैरियर के बारे में जब चार्ली सर अभिनय के दम पर कैसे सफलता पाया जब
सन 1914 में चार्ली चैपलिन ने अपने फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत की। सेंनेट फिल्मों में दुसरे अभिनेताओं को खुद से अलग करने के लिए, चैपलिन ने एक विशेष तरह के चरित्र में काम करने का फैसला किया। तब ट्रम्प करके चलने वाला छोटा बच्चा पैदा हुआ। जनता को उनका यह अभिनय बहुत पसंद आया। अगले एक साल में चैपलिन 35 फिल्मों में दिखाई दिए, इनमें एक लाइनअप की ‘टिल्लिस पंक्चर्ड रोमांस’ फ़िल्म भी शामिल है, यह फ़िल्म पूरी हास्य फ़िल्म थी।इस कॉन्ट्रैक्ट को ख़तम करने के बाद चैपलिन सन 1915 में “इस्सानय कंपनी” में काम करने लगे, जहाँ उन्हेंने 1250 $ पर सप्ताह स्वीकार किये। इस कम्पनी के साथ चैपलिन ने 14 फिल्में की। चैपलिन के किरदार को प्रत्याशित नायक के रूप में स्थापित किया है,  जब वह किसान की बेटी को लुटेरों से बचाता है, आम तौर इनकी यह पहली क्लासिक फ़िल्म थी।
26 साल की उम्र में वह एक सुपरस्टार था, और वह अपने वौडेविल्ले दिनों से दूर हो गया। वे एक म्यूच्यूअल कंपनी में चले गए, जहाँ उन्हें 670,000 $ पर साल भुगतान मिलता था। इन पैसों ने चैपलिन को एक अमीर आदमी बना दिया था, लेकिन उसे यह नही मालुम था कि वह अपनी कलात्मक ड्राइव की पटरी से उतरने लगा है। म्यूच्यूअल कम्पनी के साथ उन्होंने बहुत ही अच्छा काम किया, जिनमें उन्होंने सन 1916 में वन A.M., द रिंक, द वगाबोंड और सन 1917 में इजी स्ट्रीट फिल्में की।चार्ली चैप्लिन अपने जबरदस्त एक्टिंग से वो
अपने काम के माध्यम से चैपलिन परफेक्शनिस्ट के रूप में जाने जाने लगे। उनके इन प्रयोगों से उन्हें अपार प्यार मिला।उनके लिए यह समझना मुश्किल था कि वे एक मुख्य अभिनेता वाली फ़िल्म से शुरुआत कर रहे थे, फिर उनको अहसास हुआ कि वे अपनी कास्टिंग में गलती कर रहे है और उन्होंने कुछ नया करने की फिर से ठान ली।  20वीं शताब्दी में चैपलिन का कैरियर और ज्यादा बढ़ने लगा।  उसी दशक में उन्होंने कुछ ऐतिहासिक फिल्में की, सन 1921 में “द किड”, सन 1923 में “द  पिल्ग्रिम”, “अ वुमन इन पेरिस”, सन 1925 में “द गोल्ड रश”, सन 1928 में फ़िल्म सर्कस आई, चैपलिन इस फ़िल्म को हमेशा याद रखना चाहते थे। क्योंकि ये मजेदार ड्रामा फिल्म थी जो चार्ली के लिए बहुत ही खास था।


चार्ली चैपलिन के शादियाँ.... 

चार्ली चैप्लिन ने अपने जीवन में चार शादियाँ किए।
चार्ली चैपलिन के असल जिंदगी में बहुत से ड्रामे हुए, जिसके लिए वे प्रसिद्ध हो गए। उनके अपने साथ काम करने वाली बहुत सी अभिनेत्रीयों के साथ प्रेम सम्बन्ध थे। सन 1918 में चार्ली ने 16 साल की मिल्ड्रेड हरिस के साथ शादी की। उनकी यह शादी 2 साल तक बस चली और उनका तलाक़ हो गया। फिर उन्होंने सन 1924 में दोबारा 16 साल की अभिनेत्री लीता ग्रे के साथ शादी की। इन्होंने चैपलिन के साथ फ़िल्म “दी गोल्ड रश” में काम किया, और कुछ समय बाद वे गर्भवती हो गई, जिससे उनके 2 बेटे हुए. किन्तु चैपलिन और उनकी पत्नी एक दुसरे के साथ खुश नही थे और सन 1927 में उनका तलाक़ हो गया। इस तरह चार्ली चैप्लिन अपने दो - दो शादियाँ की लेकिन सब कुछ सही नहीं हो रहा था। और चार्ली ने एक बार फिर से शादी करने का मन बना लिया और
सन 1936 में चैपलिन ने फिर से शादी की, इस समय उन्होंने एक कोरस लड़की जोकि उनके साथ फ़िल्म ‘पौलेट्टे गोद्दार्ड’ में थी, उनके साथ शादी की। सन 1942 में उनके एक और अभिनेत्री ‘जोआन बैरी’ के साथ भी सम्बन्ध थे, उनकी एक बेटी भी थी, लेकिन बाद में '' जोआन बैरी '' के साथ कहा सुनी हुई और झगड़ा इस कदर बढ़ता गया कि परीक्षण के
 के बाद पता चला कि वह चैपलिन की बेटी नही है, पर उन्हें उस बच्ची के समर्थन में भुगतान करने के आदेश दिए गए। सन 1943 में चैपलिन ने 18 साल की ‘ऊना ओ’नील’ से शादी की, यह उनकी सफल शादी रही, इससे उनको 8 बच्चे हुए।

चार्ली चैप्लिन के  फिल्में... 

चार्ली चैप्लिन ने बहुत मजेदार और हास्य फ़िल्में किये
चैपलिन ने 1930 के दशक में बहुत ही रोचक और आकर्षक फ़िल्में की। सन 1931 में उनकी फ़िल्म ‘सिटी लाइट’ आई, इस फ़िल्म से उनको अपार व्यावसायिक सफलता मिली और इस फ़िल्म में उन्होंने अपना खुद का संगीत शामिल किया। सन 1936 के आधुनिक समय में इन्होंने दुनिया के आर्थिक और राजनीतिक ढांचे की स्थिति के बारे में एक कमेंटरी की, जिससे उनको बहुत प्रशंसा मिली। चैपलिन एक बहुत अच्छे निर्माता भी थे। चैपलिन ने सन 1940 में आई फ़िल्म “द ग्रेट डायरेक्टर” में जोर से बात की. जिसमे हिटलर और मुस्सोलीनी की सरकारों का उपहास किया और कहा “मैं शालीनता और दया की वापसी करना चाहता हूँ”। चैपलिन ने फ़िल्म की रिलीज के आसपास यह भी कहा कि “मैं सिर्फ एक इन्सान हूँ, जोकि इस देश में वास्तविक लोकतन्त्र चाहता हूँ”।

चैपलिन के बहुत सी महिलाओं के साथ सम्बन्ध होने के कारण, उनका अमेरिका के कुछ राज्यों में प्रवेश रोक दिया गया था। चैपलिन जल्द ही कई परंपरावादियों के लक्ष्य बन गए और मिसीसिपी के ‘जॉन ई रैनकिन’ के प्रतिनिधि ने उन्हें अपने डिपोर्टेशन के लिए बढ़ावा दिया। सन 1952 में संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के ‘अटॉर्नी जनरल’ ने चैपलिन के विरोध में अपशब्द कहे, चैपलिन ने नाराज होकर संयुक्त राष्ट्र अमेरिका को अलविदा कह दिया और स्विट्ज़रलैंड के कोर्सिएर – सुर – वेवे में एक छोटे से खेत में निवास करने चले गए।


चार्ली चैपलिन के मृत शरीर का चोरी होना 

चैपलिन सन 1972 में आखिरी बार संयुक्त राष्ट्र अमेरिका गए, जब उन्हें आनरेरी अकैडमी अवार्ड दिया गया. चैपलिन की अंतिम फ़िल्म 5 साल की यात्रा के बाद सन 1967 में “अ काउंटेस फ्रॉम होन्ग कोंग” आई, जोकि उनकी पहली फ़िल्म निर्माता वाली और एक मात्र रंगीन फ़िल्म थी। जिसमे उन्होंने ‘सोफ़िया लोरेन’ और ‘मार्लोन ब्रांडो’ को कास्ट किया, यह फ़िल्म ज्यादा नही चली। सन 1975 में चैपलिन को मान्यता प्राप्त हुई, जब उन्हें महारानी एलिज़ाबेथ द्वारा नाईट की उपाधि दी गई।

25 दिसम्बर सन 1977 की प्रातः स्विट्ज़रलैंड के कोर्सिएर – सुर – वेवे में उनके घर पर ही उनकी मृत्यु हो गई। उनकी पत्नी ऊना और अपने 7 बच्चों के साथ निधन के समय वे अपने बिस्तर पर ही थे। चैपलिन का पार्थिव शरीर चोरी हो गया था और 2 आदमियों ने उसे स्विट्ज़रलैंड में जिनेवा झील के पास, कब्र में दफना दिया था। शरीर को वापस करने के लिए उन 2 आदमियों ने उनके परिवार से, 400,000 $ की मांग की। बाद में उन आदमियों को गिरफ्तार कर लिया गया और 11 सप्ताह के बाद चैपलिन का शरीर पुनः प्राप्त हो गया।


चार्ली चैपलिन के संदेश कुछ इस प्रकार है-

चार्ली चैप्लिन ने अपने बचपन में ही काफी दिक्कतों का सामना किया और किसी ने चार्ली का मदद नहीं किया। जब चार्ली से पूछा गया कि तुम्हारे सफ़लता का राज क्या है? तब चार्ली ने अपने मजाकिया अंदाज में कहा कि कोई व्यक्ति तुम्हारे बुरे समय में तुम्हारे हाल चाल पूछने नहीं आएगा और ये सच है रही बात मेरी सफलता की तो आप अपने अंदर के हुनर को पहचान कर अपना कैरियर बना लो दुनिया की कोई भी ताकत तुम्हें सफल होने से नहीं रोक सकते हैं। चार्ली ने कहा कि ऊपर वाले ने तुम्हें जीने के लिए जिंदगी दी है। तुम्हें ये तय करना है कि जिंदगी को कैसे जिए क्योंकि जिंदगी का एक भी दिन हास्य के बिना अधूरा है। अगर तुम्हारे हरकत या तुम्हारे काम से चार लोगों को खुशी मिलती है तो उस से बेहतर और कोई दूसरा काम नहीं हो सकता है। हर इंसान को मेहनती होना चाहिए ना कि आलसी।अपने अंदर के टैलेंट को निखारने का पूरा प्रयास करो और उसे बारीकी से समझने का प्रयास करो तो ही आप सफल हो पाओगे। दस काम को करने के बजाय एक अच्छा काम मे मन लगाकर मेहनत करने मे ज्यादा मजा आता है।
एक सज्जन व्यक्ति, एक कवि, एक स्वप्न देखने वाला और एक अकेला आदमी, अक्सर रोमेंस और रोमांच की आशा करते है।
यदि आपको बस मुस्कान मिल जाये, तो आपका जीवन सार्थक हो जायेगा।
यदि आपको लोग अकेला छोड़ दें, तो आपका जीवन बढ़िया हो जायगा।
सारी निराशाओं के लिए सही प्यार सबसे सुन्दर है, क्यूकि इसे एक से ज्यादा बार इजहार कर सकते है।
मैं इस पर विश्वास नही करता हूँ कि वे क्या चाहते है, मैंने अपने कैरियर से यही निष्कर्ष मिकला है।
वास्तव में हंसने के लिए, आपको अपने दर्द के साथ खेलने की कला आनी चाहिए।
दर्द से राहत के लिए हास्य एक टॉनिक है।
निराशा एक नशीली दवा है, यह उदासीनता में मन को अशांत कर देती है।
हम सोचते ज्यादा है और महसूस कम करते है।
लोगों की नफरत खत्म हो जाएगी, ताना मारने वाले मर जायेंगे, और जो शक्ति उन्होंने लोगों से छीनी है वह लोगों को वापस प्राप्त हो जाएगी. अंत में, सब कुछ एक मजाक है।
मेरा मानना है कि, सही समय पर गलत काम करना जिंदगी की विडंबना है।
मेरी पीड़ा किसी के हंसने की वजह हो सकती है, लेकिन मेरा हास्य कभी किसी के लिए पीड़ा की वजह नहीं होना चाहिए।
कल्पना के बिना आप कुछ नही कर सकते।
जीवन बढ़िया हो सकता है, यदि आप इससे डरेंगे नहीं।
मैं भगवान के साथ शांत हूँ, मेरा संघर्ष इंसान के साथ है।
असफलता जरुरी नहीं है, यह अपने आप को मुर्ख बनाने में साहस देती है।
शीशा मेरा सबसे अच्छा दोस्त है, क्योंकि जब मैं रोता हूँ तब वह कभी नहीं हँसता।
मैं नफरत और आतंक के इलाज के रूप में हास्य और आंसूओं पर विश्वास करता हूँ।
इस दुष्ट दुनिया में कुछ भी स्थायी नहीं है – यहाँ तक कि हमारी परेशानियाँ भी।
एक दोस्त के लिए जरुरत में मदद करना आसान है, लेकिन उसे हमेशा अपना समय देने के लिए अवसर नहीं है।
सबसे दुखी चीज जिसकी मैं कल्पना करता हूँ, वह है लक्ज़री का आदि हो जाना।
मैं लोगों के लिए हूँ, मैं इनकी मदद नहीं कर सकता।
जीवन एक नाटक है, जिसमें परिक्षण की अनुमति नहीं होती।तो गाना, रोना, नाचना, हँसना, और प्यार तीव्रता से कर लेना चाहिए। इससे पहले की कोई पर्दा बंद कर दे और तालियों के साथ यह खंड समाप्त हो जाये।
मेरी सारी फ़िल्में मुश्किल में पड़ने की योजना के अगल – बगल होती है, इसलिए मुझे गंभीरता से एक साधारण सज्जन व्यक्ति दिखने का अवसर देती है।
प्रतिभाशाली होने के लिए, मुझे दवाओं की जरुरत नहीं है। एक प्रतिभाशाली इंसान यह जानता है, लेकिन मुझे खुश रहने के लिए आपकी मुस्कान की जरुरत है।
हमारे अहंकार के प्रकाश में, हम राजाओं की गद्दी पर से उतर गए है।
एक हास्य फ़िल्म बनाने के लिए मुझे सिर्फ एक पार्क, एक पुलिसकर्मी, और एक खुबसूरत लड़की की जरुरत होती है.
मैं हमेशा बरसात में चलना पसंद करता हूँ, तो कोई भी मुझे रोते हुए नही देख सकते हैं।
तानाशाह खुद को आजाद कर लेते है किन्तु लोगों को दास बना लेते है।
मुझे चरित्र के बारे में कुछ पता नही था. किन्तु जैसे ही मैं तैयार हुआ, कपड़े और मेकअप मुझे उस व्यक्ति की तरह महसूस कराने लगे। मैं उसे जानने लगा और मंच पर जाते – जाते वह पूरी तरह से पैदा हो गया।
हम सभी दूसरों की मदद करना चाहते है. लोग यह पसंद भी करते है. हमें एक दूसरे की ख़ुशी में खुश होना चाहिए, न कि एक दूसरे की गरीबी में।
क्यों कविता समझ बनाने के लिए होना चाहिए?
यह बेरहम दुनिया है और इसका सामना करने के लिए आपको भी बेरहम बनना पड़ेगा।


एक महान अभिनेता चार्ली चैप्लिन इस दुनिया को अलविदा कह कर चले गए लेकिन उनकी यादें आज भी सभी के दिलों में है और चार्ली आज भी अपनी फ़िल्मों के माध्यम से लोगों को खुश करते हैं।


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